बच्चे को क्रुरता से मारने वाले वीडियो को भ्रामक दावे के साथ किया जा रहा है शेयर, जानिए क्या है सच्चाई ?

बच्चे को क्रुरता से मारने वाले वीडियो को भ्रामक दावे के साथ किया जा रहा है शेयर, जानिए क्या है सच्चाई ?
  • वायरल वीडियो को दीपक माथुर नाम के यूजर ने शेयर किया
  • एक साल पुराना है वायरल वीडियो

डिजिटल डेस्क, भोपाल। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक बच्चे से मारपीट किए जाने वाला वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शख्स किसी मासूम बच्चे को बड़ी क्रूरता के साथ पीट रहा है। सोशल मीडिया पर लोग इस वीडियो को हाल ही की एक घटना बताकर शेयर कर रहे हैं। वायरल वीडियो को देखकर लोग वीडियो में बच्चे से मारपीट कर रहे शख्स की काफी निंदा करते हुए पुलिस से शख्स को अरेस्ट करने की डिमांड तक कर रहे हैं।

वायरल वीडियो को दीपक माथुर नाम के यूजर ने 21 जुलाई को शेयर करते हुए लिखा, "इस कोचिंग वाले को तब तक शेयर करें जब तक यह पकड़ा ना जाये और यह सरकार तक पहुंचना चाहिए दिल दहला देने वाला वीडियो। जय श्री राम।"

कैसे पता चली सच्चाई?

हमने जब इस वायरल वीडियो की पड़ताल की तो पाया कि वीडियो में बच्चे को पीटते शख्स का वीडियो एक साल पुराना है। जिसका हाल ही के समय से कोई लेना देना नहीं है। वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल को इनविड टूल के जरिए वीडियो के कीफ्रेम्स को निकाला। इन कीफ्रेम्स को हमने गूगल रिवर्स इमेज टूल की मदद से सर्च किया। सर्च करने पर हमें कई सारी न्यूज रिपोर्ट्स मिली। जिसमें 4 जुलाई 2022 को एनडीटीवी इंडिया पर पब्लिस हुई न्यूज भी प्राप्त हुई।

इस खबर के अनुसार, वायरल वीडियो की घटना बिहार के पटना शहर के धनरुआ ब्लॉक में स्थित एक कोचिंग सेंटर की है जहां एक शिक्षक ने पांच साल के छात्र को बड़ी क्रूरता से पीटा था, जिसके बाद छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने शिक्षक को खूब पीटा भी था। इस घटना की पुष्टी हमें, टीवी 9 भारतवर्ष के यूट्यूब चैनल पर प्रकाशित एक खबर से भी हुई थी। जिसमें बताया गया था कि एक वहशी टीचर ने मासूम बच्चे को बेरहमी से पीटा था। जिसके बाद, वीडियो के सामने आते ही पुलिस ने टीचर को अरेस्ट कर लिया था।

क्या है सच्चाई?

हमने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो में शिक्षक द्वारा छात्र को बेरहमी से पीटने वाला वाकया एक साल पुराना है जिससे एक बार फिर से हाल ही की एक घटना बताकर शेयर किया जा रहा है। साफ है, एक साल पुराने वायरल वीडियो को वर्तमान समय की घटना बताकर भ्रामक तौर से शेयर किया जा रहा है जो पूर्णता गलत है।

Created On :   24 July 2023 7:09 PM IST

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